Lal Kitab Vividh Prakaran Vichar (Hindi)
By Dr. Amar Aggarwal
Price: ₹700
"लाल किताब विविध प्रकरण विचार" यानि मुतफर्रिक मौजूआ" विभिन्न विषय और यह किताब "लाल किताब व्याकरण एंव भावफल विचार" और "लाल किताब ग्रहफल विचार" की श्रंखला में तीसरी किताब और मज़मून को मुकम्मल करती हुई आखिरी किताब है, वैसे तो इस मज़मून (लाल किताब) का कोई आखिर नहीं क्योंकि जब तक संसार और ब्रह्माण्ड क़ायम है इस किताब का जादुई मज़मून भी क़ायम रहेगा। सूरज का उदय होना या उगना और बच्चे का पैदा होना एक ही बात है इसलिए सूरज उदय तो होता है लेकिन अस्त नहीं होता इसी तरह ग्रहचाली बच्चा पैदा होता है और मरता दिखाई तो देता है लेकिन मरता कभी नहीं, जिस तरह सूरज अमर है उसी तरह आत्मा (सूरज) भी अमर है। "लाल किताब" नाम से एक अजीब से सिरहन तो नहीं कहा जा सकता लेकिन क्या कहूँ वो भी समझ नहीं आता। इस किताब के पाँचों संस्करण पढने के बाद कुछ तो क्या कई सालों तक सिर्फ बुध का दायरा था जिसमें घूमना जारी था और लगभग बारह सालों के अथक प्रयास के बाद कुछ बातें कुछ चीज़ें समझ आने लगीं (यहाँ मैंने शब्द प्रयास का प्रयोग किया है लेकिन ईमानदारी की बात तो यह कि यह सब ग्रंथकार के आशीर्वाद का फल है वरना प्रयास तो दस साल से जारी था
Book Details:
Genre: Astrology | ISBN: 9788196623371 | Pages: 215 | Cover: Hardbound
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